भुगतान संतुलन क्या है ? (Balance of Payments)

भुगतान संतुलन क्या है ? 
(Balance of Payments)

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Balance of Payments

भुगतान संतुलन का अर्थ (Meaning of Balance of Payments) 


भुगतान संतुलन (बीओपी) एक विशिष्ट अवधि के दौरान आमतौर पर एक वर्ष में दुनिया के बाकी हिस्सों के साथ किसी देश के आर्थिक लेनदेन का एक व्यापक रिकॉर्ड है। यह किसी देश और विदेशी संस्थाओं के बीच सभी भुगतान और प्राप्तियों को दर्शाता है। किसी देश की आर्थिक स्थिति और वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ उसके संबंध को समझने के लिए भुगतान संतुलन महत्वपूर्ण है।

भुगतान संतुलन की परिभाषा (Definition of Balance of Payments) 


1. बेहनम के अनुसार (According to Behnam) :- एक देश का भुगतान संतुलन एक निश्चित अवधि के भीतर उसका बाकी विश्व के साथ मौद्रिक सौदों का लेखा होता है ।

2. वाल्टर क्रॉस के अनुसार (According to Walter Krause) :- भुगतान संतुलन किसी देश के निवासियों एवं बाकी विश्व के निवासियों के बीच, किसी समय विशेष सामान्य रूप से एक वर्ष में सम्पूर्ण किए गए समस्त आर्थिक सौदों का एक व्यवस्थित लिपिबद्ध है ।

भुगतान संतुलन की विशेषताएं (Features of Balance of Payments)


1. निश्चित समय अवधि (Fixed Period of time) 
2. क्रमबद्ध लेखा रिकॉर्ड (Systematic Record)
3. व्यापकता (Comprehensive)
4. स्वतः संतुलित (Self Balanced)
5. दोहरा अंकन प्रणाली (Double Entry System)
6. अन्तर समायोजन (Adjustment of Difference)

प्रतिकूल भुगतान संतुलन के कारण (Causes of Unfavourable Balance of Payments)


1. पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि (Increase in the Price of Petrol)
2. विदेशी प्रतियोगिता (Foreign Competition)
3. विदेशी ऋणों पर ब्याज का भुगतान (Payment of Interest on foreign Debts)
4. सोने का आयात (Import of Gold)
5. मूल्य असंतुलन (Price Disequilibrium)

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