गुप्त संचय किसे कहते हैं ? (Secret Reserve in Hindi)

   गुप्त संचय किसे कहते हैं ?
(Secret Reserve in Hindi)

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(Secret Reserve in Hindi)

गुप्त संचय का अर्थ (Meaning of Secret Reserve) 


गुप्त संचय से आशय कंपनी के ऐसे संचय से है तो कंपनी गोपनीय तरीके से तैयार किया जाता है । जो इस संचय को तैयार करता है केवल उसी व्यक्ति को इसकी जानकारी होती है । जब कंपनी के द्वारा गुप्त संचय तैयार किया जाता है तो इस स्थिति में जिस आर्थिक चिट्ठे (Balance Sheet) में गुप्त संचय का समावेश होता है वह हमेशा वास्तविक आर्थिक चिट्ठे से कम संपत्तियों और दायित्वों का होता है । लेकिन जिस व्यक्ति को यह ज्ञात नहीं होगा कि प्रस्तुत आर्थिक चिट्ठे में गुप्त संचय का समावेश है वह कभी भी उसकी सत्यता को नहीं जान पाएगा ।

गुप्त संचय की परिभाषा (Definition of Secret Reserve)


1. आर. जी. विलियम्स. के अनुसार :- गुप्त संचयों को छिपा हुआ कोष अथवा आंतरिक कोष भी कहते हैं ।

2. डी पौला के अनुसार :- गुप्त संचय वह है जो जिसे चिट्ठे में नहीं दर्शाया जाता है जिसके फलस्वरूप चिट्ठे में जो आर्थिक स्थिति दर्शायी जाती है, वह वास्तविक स्थिति की अपेक्षा कहीं अधिक होती है ।


गुप्त संचय के उद्देश्य (Objectives of Secret Reserve)


1. लाभ और लाभांश में एकरूपता बनाए रखने के लिए ।
2. कार्यशील पूंजी में वृद्धि करने के उद्देश्य से ।
3. प्रतिद्वंदियों को कंपनी के वास्तविक लाभ का ज्ञान न हो ।
4. प्रबंधकों और संचालकों की कमजोरी को छिपाने के उद्देश्य से ।
5. संस्था की आंतरिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से ।

गुप्त संचय के लाभ (Advantages of Secret Reserve)


1. सुदृढ़ आर्थिक स्थिति
2. प्रतियोगिता का कम भय 
3. कार्यशील पूंजी में वृद्धि
4. जनता में विश्वास
5. आर्थिक संकटों का मुकाबला करने के लिए

गुप्त संचय के दोष (Disadvantages of Secret Reserve)


1. संपत्तियों का गबन 
2. चिट्ठे के सही प्रदर्शन का आभाव 
3. लाभ - हानि के सही प्रदर्शन का आभाव 
4. अयोग्य प्रबंध का छिपाया जाना 
5. व्यवसाय की साख पर असर
6. गुप्त संचय के निजी प्रयोग की संभावना
7. अंशों के बाजार मूल्य में कमी

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