प्रमाप लागत किसे कहते हैं ?
(Standard Costing in Hindi)
प्रमाप लागत का अर्थ (Meaning of Standard Costing in Hindi)
किसी भी व्यवसाय की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि उसका उत्पादन पूर्व निर्धारित (Pre Determined) लक्ष्य के अनुरूप हो । उत्पादन निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप हो रहा है कि नहीं इसकी जानकारी के लिए व्यवसाय के द्वारा एक मापदंड (Standard) की आवश्यकता पड़ती है । व्यवसाय के द्वारा पूर्व निर्धारित लक्ष्यों के आधार पर उत्पादन के संबंध में तैयार किए गए इसी मापदंड (Standard) को प्रमाप लागत (Standard Costing) भी कहा जाता है । एक बार उत्पादन का मापदंड निर्धारित हो जाने के बाद इसके पूर्व निर्धारित मापदंड से वास्तविक परिणामों की तुलना की जाती है, ताकि पूर्व निर्धारित व वास्तविक परिणामों (Actual Results) की तुलना का अंतर (Variance) एवं कारणों की जानकारी हो सके एवं इसे व्यवसाय के हितों के प्रतिकूल होने पर दूर किया जा सके ।
संक्षेप में :- प्रमाप लागत का आशय लागत लेखांकन की उस प्रणाली से है जिसके अंतर्गत किसी उत्पाद (Product) की वास्तविक लागत ज्ञात की जाती है । कार्य यानी उत्पादन पूरा होने पर प्रमाप लागत की तुलना वास्तविक लागत से की जाती है तथा इसके बीच अंतर कारणों को ढूंढा जाता है जिससे भविष्य में वास्तविक लागत को प्रमापित लागत (Standard Costing) के अनुकूल रखा जा सके ।
प्रमाप लागत की परिभाषा (Definition of Standard Costing in Hindi)
1. डबल्यू. बी. लॉरेंस के अनुसार :- प्रमाप लागत प्रणाली लागत लेखांकन की एक विधि है जिसमें कुछ व्यवहारों के अपलेखन (Recording) के लिए प्रमापित लागतों का प्रयोग किया जाता है और प्रमाप से अंतरों की राशि तथा कारण ज्ञात करने के लिए वास्तविक लागतों की प्रमापित लागतों की तुलना की जाती है ।
2. ब्राउन एवं हॉवर्ड के अनुसार :- प्रमाप लागत, लागत लेखांकन की एक तकनीक है जिसमें संचालन की कुशलता निर्धारित करने के लिए प्रत्येक उत्पाद (Product) या सेवा (Service) के प्रमाप लागत की तुलना वास्तविक लागत से की जाती है, ताकि सुधारात्मक कार्यवाही शीघ्र की जा सके ।
3. सिविल गिलेस्पॉय के अनुसार :- प्रमाप लागत का अर्थ सामान्यतः पूर्व निर्धारित क्रियात्मक लागत से लगाया जाता है , जो विशिष्ट परिणाम, मूल्य तथा कार्य करने के स्तर को प्रदर्शित करने के लिए निकाली जाती है ।
4. जे. आर. बाटलीबॉय - प्रमाप लागत का आशय ऐसी पूर्व निर्धारित लागतों से है जो उस समय प्राप्त होती हैं जबकि प्लांट, उत्पादन तकनीक, सामग्री एवम श्रम आदि का प्रयोग अधिक कार्यक्षमता के अंतर्गत होता है जो कि स्थिर और व्यावहारिक होती है और बहुत आदर्शवादी तथा अप्राप्य नहीं होती है ।
प्रमाप लागत की विशेषताएं (Characteristics of Standard Costing)
1. लागत अभिलेखन (Cost Recording)
2. वास्तविक लागत का निर्धारण (Determination of Actual Cost)
3. प्रमापाें का निर्धारण (Determination of Actual Cost)
4. विचरणों की गणना (Computation of Variances)
5. विकल्पों का पता लगाना (Findout of Options)
6. विचरणों के कारणों की खोज (Search the Causes of Variances)
7. तुलना (Comparison)
8. प्रबंध को रिपोर्ट करना (To Report the Management)
© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Thank you !