संचय किसे कहते हैं ? (Reserve in Hindi)

संचय किसे कहते हैं ?
Reserve in Hindi

sanchay kise kahate hain, संचय किसे कहते हैं ? Reserve in Hindi, sanchay kya hai, sanchay ka arth, sanchay ki paribhasha, sanchay hindi me, reserve
Reserve in Hindi

 संचय का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning & Definition of Reserve)


संचय से आशय लाभ के उस हिस्से से है जो कंपनी की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से पूंजी के रूप में रखा जाता है । आर्थिक चिट्ठे (Balance Sheet) में यह Equity and Liability साइड में दिखाया जाता है । कंपनी के लाभ से किए गए संचय का प्रयोग कंपनी के ही कार्यों में भिन्न भिन्न समयों पर किया जाता है । 

भारतीय कंपनी अधिनियम की धारा 123 के अनुसार :- संचय के अंतर्गत वह राशि सम्मिलित नहीं होती जो काटी गई हो या संपत्तियों के ह्रास, नवीनीकरण या मूल्य में कमी के लिए रोकी गई हो या किसी ज्ञात दायित्व के लिए आयोजन की गई हो ।

संचय की विशेषताएं (Characteristics of Reserve)


1. यह लाभों का नियोजन होता है ।
2. यह सामान्य उद्देश्य के लिए बनाया जाता है ।
3. यह व्यय अथवा हानि के रूप में नहीं होता ।
4. इसका सृजन भूत या वर्तमान लाभों से ही किया जाता है ।
5. इसका प्रयोग संकटकालीन परिस्थिति में लाभांश के वितरण में भी किया जा सकता है ।
6. इससे व्यवसाय की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है तथा कार्यशील पूंजी भी बढ़ती है ।

संचय के प्रकार (Types of Reserves)


1. साधारण संचय (General Reserves)
2. विशेष संचय (Special Reserve)
3. पूंजी संचय (Capital Reserve)
4. शोधन कोष (Sinking Fund)
5. संचय कोष (Reserve Fund)
6. गुप्त संचय (Secret Reserve)

© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.

Post a Comment

0 Comments

Close Menu