प्रबंध अंकेक्षण किसे कहते हैं ?
(Management Audit in Hindi)
,%20prabandh%20ankekshan%20kya%20hai,%20prabandh%20ankekshan%20hindi.jpeg)
Management Audit in Hindi
प्रबंध अंकेक्षण का अर्थ (Meaning of Management Audit)
,%20prabandh%20ankekshan%20kya%20hai,%20prabandh%20ankekshan%20hindi.jpeg)
प्रबंध अंकेक्षण से तात्पर्य किसी भी व्यवसाय की प्रबंधकीय कार्यों एवं प्रक्रियाओं के निरीक्षण एवं सत्यापन से है । जिसमें प्रबंधकीय क्रियाओं की सफलता या विफलता मूल्यांकन किया जाता है । किसी भी संस्था के स्थापना काल से ही उसके उद्देश्य निर्धारित होते हैं और उन्हीं उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु संस्था काम करती रहती है । इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए संस्था के द्वारा बहुत सारे नियम एवं सिद्धांत भी बनाए जाते हैं । इन्हीं नियमों एवं सिद्धांतों का अंकेक्षण हो प्रबंध अंकेक्षण है । प्रबंध अंकेक्षण हमेशा ही वित्तीय और लागत अंकेक्षण से भिन्न होता है । अंततः ये कहा जा सकता है कि संस्था के कार्यों एवं नीतियों का अंकेक्षण ही प्रबंध अंकेक्षण कहलाता है ।
प्रबंध अंकेक्षण की परिभाषा (Definition of Management Audit)
टी. जी. रोखे के अनुसार :- प्रबंधकीय प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं का व्यापक आलोचनात्मक समीक्षा करना ही प्रबंध अंकेक्षण है ।
प्रबंध अंकेक्षण के क्षेत्र (Scope of Management Audit)
1. संगठनों के उद्देश्यों की जानकारी प्राप्त करना ।
2. उद्देश्यों को विभिन्न योजनाओं एवं लक्ष्यों में बांटना ।
3. कार्यों का विश्लेषण एवं कर यह निर्धारित करना कि उद्देश्यों की प्राप्ति हो सकी या नहीं ।
4. संगठन के स्वरूप का विश्लेषण कर यह तय करना कि यह उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए उचित है या नहीं ।
प्रबंध अंकेक्षण के उद्देश्य (Objectives of Management Audit)
1. प्रबंध के संचालन संबंधी कमियों को ढूंढना एवं संचालन में सुधार हेतु सुझाव देना ।
2. व्यवसाय के सफल संचालन के लिए कुशल प्रशासन सुनिश्चित करना ।
3. प्रबंध की कार्यक्षमता को प्रभावी बनाना ।
4. प्रबंध द्वारा निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत्मुल्य सुझाव देना ।
5. निवेश एवं उत्पादन की तुलना कर निष्पादन क्षमता का मूल्यांकन करने में सहायक होना ।
प्रबंध अंकेक्षक के कार्य (Functions of Management Auditor)
1. प्रबंधकीय नीतियों के निर्धारण एवं क्रियान्वयन में सहायक ।
2. निर्णयन में सहायता करना ।
3. प्रभावपूर्ण अधिकार अंतरण में मदद करना ।
4. प्रभावपूर्ण संप्रेषण में मदद करना ।
5. व्यवसाय के कार्य निष्पादन में मदद करना ।
6. बजट एवं कर योजना के निर्धारण में सहायता करना ।
© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Thank you !