लागत अंकेक्षण किसे कहते हैं ? (Cost Audit in Hindi)

लागत अंकेक्षण किसे कहते हैं ?
Cost Audit in Hindi 

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Cost Audit in Hindi 

लागत अंकेक्षण का अर्थ (Meaning of Cost Audit)


लागत अंकेक्षण से आशय किसी भी व्यवसाय के लागत लेखा पुस्तकों के निरीक्षण एवं सत्यापन से है । इसमें अंकेक्षक के द्वारा विशेष रूप से व्यवसाय के उत्पादन व्ययों का निरीक्षण किया जाता है कि किसी भी वस्तु के उत्पादन में व्यवसाय का कितना व्यय लग रहा है और कितना व्यय लगना चाहिए । इसी के आधार पर अंकेक्षक लागत अंकेक्षण प्रतिवेदन (Cost Audit Report) तैयार करता है । जिसके आधार व्यवसाय के लागत को नियंत्रित करके उत्पादन को बढ़ाया जाता है ।

लागत अंकेक्षण की परिभाषा (Definition of Cost Audit)


इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड वर्क्स अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के अनुसार :- लागत अंकेक्षण का तात्पर्य लागत लेखों की शुद्धता के सत्यापन तथा लागत लेखांकन के सिद्धांत, योजनाओं एवं प्रणाली के अनुसरण से है ।

इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड वर्क्स अकाउंटेंट ऑफ लंदन के अनुसार :- लागत लेखों की शुद्धता का सत्यापन एवं लागत लेखांकन की योजनाओं को लागत अंकेक्षण कहते हैं ।

लागत अंकेक्षण की योजना (Planning of Cost Audit)


लागत अंकेक्षण की योजना में किसी भी वस्तु के उत्पादन से संबद्ध सभी तरह के तथ्य शामिल हैं जो लागत अंकेक्षण में सहायक हैं । लागत अंकेक्षण की योजना कुछ इस प्रकार से है :- 

1. सामग्री का अंकेक्षण (Audit of Raw Materials) :- 
• अंकेक्षक को यह देखना चाहिए कि सामग्री क्रय का आदेश अधिकृत व्यक्ति द्वारा दिया गया है या नहीं ।
• सामग्री के मूल्यांकन विधियों का अध्ययन करना ।
• सामग्री के न्यूनतम एवं अधिकतम रहतिए की जानकारी प्राप्त करना ।
• सामग्री के अति संग्रह को रोकने की व्यवस्था करना ।
• सामग्री के रहतिये की सूची की जांच करना ।
• सामग्री के निर्गमन, क्रय एवं नियंत्रण में मान्य विधि का प्रयोग किया जा रहा है या नहीं ।
• उत्पादन क्षय का समायोजन (Adjustment) ठीक से किया गया है या नहीं ।
• वस्तु की वास्तविक लागत एवं प्रमाप लागत की तुलना करके देखना ।

2. श्रम का अंकेक्षण (Audit of Labour) :- श्रम के अंकेक्षण के समय ध्यान दी जाने वाली बातें ।

• कर्मचारियों की सूची तथा उपस्थिति रजिस्टर प्राप्त करना ।
• कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच उपस्थिति रजिस्टर, फोरमैन रजिस्टर तथा अवकाश रजिस्टर से करना ।
• कामचारियों के बेकार समय (Idle time) के लिए किए गए भुगतान की जांच करना ।
• बेकार समय (Idle time) की गणना ठीक - ठीक किया जाना ।
• अधिसमय (Over Time) के लिए किए गए भुगतान की जांच करना ।
• अधिसमय की गणना ठीक - ठीक किया जाना ।
• प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष श्रम लागत के निर्धारण की जांच करना ।
• प्रति इकाई श्रम की गणना करना ।

3. उपरिव्यव का अंकेक्षण (Audit of Overheads) :- 
• उपरिव्यय के सिद्धांतों की जांच करनी चाहिए ।
• अलग अलग उपरिव्ययों को अलग अलग दिखाया जाना चाहिए ।
• उपरिव्यय वितरण के सिद्धांतों में बार बार परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए ।
• उपरिव्यय के शुद्धता की जांच करनी चाहिए ।
• लागत पत्रों द्वारा दिखाए गए कुल परिव्ययों की जांच वास्तविक उपरिव्ययों से की जानी चाहिए और अंतर के कारणों को ढूंढना चाहिए ।

4. स्टोर्स एवं फुटकर सामान की जांच (Audit of Stores and Spare Parts)

• यह देखना चाहिए कि इसके क्रय, निर्गमन, निरीक्षण एवं छांटने की व्यवस्था सुदृढ़ है या नहीं ।
• स्टोर्स एवं सामान के आवागमन पर हुई क्षति का मूल्यांकन सही ढंग से किया गया है या नहीं ।
• स्टोर्स व माल के क्रय पर विभिन्न प्रकार के व्यय, जैसे :- ढुलाई, आयात कर, बीमा आदि स्टोर्स इत्यादि की लागत में जोड़े गए हैं या नहीं ।

5. चालू कार्य का अंकेक्षण (Audit of Work in Progress) :-

• अंकेक्षक को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब तक 2/3 कार्य संपन्न नहीं हो जाए, लाभ की गणना नहीं की जानी चाहिए ।
• चालू कार्यों पर उपरिव्ययों के निर्धारण व वितरण की जांच की जानी चाहिए ।
• चालू कार्य के मूल्यांकन एवं गणना की विधि की जांच की जानी चाहिए ।
• प्रारंभिक चालू कार्य के मूल्यांकन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ।
• चालू कार्य के मूल्यांकन विधि में बार - बार परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए ।

6. ह्रास का अंकेक्षण (Audit of Depreciation) :-

• यह देखना चाहिए कि ह्रास स्थाई संपत्तियों पर चार्ज किया गया है या नहीं ।
• विभिन्न संपत्तियों पर चार्ज किए गए ह्रास के दर की जांच भी की जानी चाहिए ।
• संपत्तियों में समय समय पर किए गए व्यय व वृद्धि की भी जांच की जानी चाहिए ।
• ह्रास चार्ज करने की विधि में एकरूपता है या नहीं ।
• संपत्तियों पर किए गए पूंजीगत व्ययों को इसकी लागत में जोड़ा गया है या नहीं ।
• ह्रास की राशि का सही लेखा किया गया है या नहीं ।
• चिट्ठा में संपत्तियों को ह्रासित मूल्य पर दिखाया गया है या नहीं ।


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