अनुसंधान तथा अंकेक्षण में अंतर
(Difference Between Investigation and Audit)
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Difference Between Investigation and Audit |
1. उद्देश्य (Objectives) :- अंकेक्षण का उद्देश्य लाभ - हानि व चिट्ठे को प्रमाणित करना है कि वे भारतीय कंपनी अधिनियम के अनुसार बनाए गए हैं तथा शुद्ध लाभ व सही आर्थिक स्थिति को प्रदर्शित करते हैं । जबकि अनुसंधान का उद्देश्य संस्था की सही स्थिति का पता लगाना होता है जिसके आधार पर निर्णय लिए जा सकें ।
2. अवधि (Period) :- अंकेक्षण वर्ष में एक बार ही कराया जाता है । जबकि अनुसंधान कंपनी के द्वारा उसकी आवश्यकता अनुसार कराया जाता है ।
3. प्रकृति (Nature) :- अंकेक्षण एक सीमा तक परीक्षण की जांच करता है । जबकि अनुसंधान की प्रक्रिया में सम्पूर्ण एवं गहन जांच की जाती है ।
4. क्षेत्र (Scope) :- अंकेक्षण का कार्यक्षेत्र संकुचित होता है, जबकि अनुसंधान का कार्यक्षेत्र विस्तृत होता है ।
5. प्रारंभ (Commencement) अंकेक्षण लेखांकन के बाद प्रारंभ होता है , जबकि अनुसंधान का कार्य अंकेक्षण के बाद प्रारंभ होता है ।
6. पूर्णता (Completeness) :- अंकेक्षण पूर्णतया या आंशिक दोनों कराया जा सकता है । जबकि अनुसंधान हमेशा पूर्णतया ही कराया जाता है ।
7. योग्यता (Qualification) :- अंकेक्षण का कार्य केवल अंकेक्षण के द्वारा ही किया जा सकता है, जबकि अनुसंधान का कार्य लेखापाल भी कर सकता है ।
© ASHISH COMMERCE CLASSES
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