विदेशी व्यापार क्या है ?
(Foreign Trade in Hindi)
विदेशी व्यापार का अर्थ (Meaning of Foreign Trade)
विदेशी व्यापार से तात्पर्य दो या दो से अधिक देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं और पूंजी के आदान-प्रदान से है। यह राष्ट्रों को बाजार के अनुसार विशिष्ट वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में विशेषज्ञता हासिल करने और उन्हें दूसरे देशों के लिए व्यापार करने में सक्षम बनाता है , जिनकी उनके पास कमी है या वे कुशलतापूर्वक उत्पादन नहीं कर सकते हैं ।
विदेश व्यापार की विशेषताएं (Features of Foreign Trade)
1. वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Goods and Services)
2. विशेषज्ञता (Specialisation)
3. वैश्विक बाज़ार (Global Market)
4. मुद्रा विनिमय (Currency Exchange)
5. सरकारी विनियम (Goverment Regulations)
6. सांस्कृतिक और आर्थिक विविधता (Cultural and Economic Diversity)
विदेश व्यापार के प्रकार (Types of Foreign Trade)
1. निर्यात व्यापार (Export) :- विदेशी देशों को सामान और सेवाएँ बेचना।
2. आयात व्यापार (Import) :-विदेशों से सामान और सेवाएँ खरीदना।
3. इंटरपोट व्यापार: वस्तुओं को मामूली प्रसंस्करण या रीपैकेजिंग के बाद पुन: निर्यात करने के लिए आयात करना।
विदेश व्यापार का महत्व (Importance of Foreign Trade)
1. आर्थिक विकास (Economic development)
2. विशेषज्ञता (Specialisation)
3. रोजगार के अवसर (Employment Opportunities)
4. संसाधनों तक पहुंच (Access to Resources)
5. वैश्विक संबंध (Global Relation)
6. उपभोक्ता विकल्प (Consumer Choice)
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