व्यवसाय का सूक्ष्म या व्यष्टि पर्यावरण (Meaning of Micro Environment of Business)

व्यवसाय का सूक्ष्म या व्यष्टि पर्यावरण
(Micro Environment of Business)

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(Micro Environment of Business)


व्यवसाय के सूक्ष्म या व्यष्टि पर्यावरण का अर्थ (Meaning of Micro Environment of Business)


 किसी व्यवसाय का सूक्ष्म वातावरण व्यवसाय से संबंधित उन बाहरी कारकों के बारे में बताता है, जो सीधे तौर पे उसके संचालन को प्रभावित करते हैं। जिसमें आपूर्तिकर्ता, ग्राहक, प्रतिस्पर्धी और अंशधारक शामिल हैं। ये सभी वे कारक हैं जिसके साथ व्यवसाय दैनिक रूप से जुड़ा होता है । किसी व्यवसाय की सफलता के लिए इन कारकों को समझना और प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है।

व्यवसाय के सूक्ष्म या व्यष्टि पर्यावरण के संघटक (Components of Micro Environment of Business)


1. आपूर्तिकर्ता (Supplier)
2. ग्राहक (Customer)
3. प्रतिद्वंदी (Competitors)
4. विपणन मध्यस्थ (Market Intermediaries)
5. जनता (Public)

विस्तार से ...

1. आपूर्तिकर्ता (Supplier) :- आपूर्तिकर्ता वह व्यक्ति या कंपनी है जो व्यवसाय से सीधे तौर पर जुड़ा है । इसके द्वारा की गई आपूर्ति पर ही व्यवसाय की उत्पादन या विक्रय से संबंधित संचालित होती हैं । अगर आपूर्तिकर्ता कभी देर से या आपूर्ति न करे तो उत्पादन रूक जाता है । इस विशेषता के आधार पर ही आपूर्तिकर्ता को सूक्ष्म व्यावसायिक पर्यावरण में शामिल किया जाता है ।

2. ग्राहक (Customer) :- " Customer is King यानी ग्राहक ही राजा है । " यह कथन सूक्ष्म व्यावसायिक पर्यावरण के लिए बहुत सी सटीक बैठता है । जब कोई भी कंपनी अपनी व्यवसायिक नीतियों के अनुरूप किसी वस्तु या सेवा का निर्माण करती है तो वह ग्राहक के हर तरह की प्रतिक्रियाओं पर ध्यान रखती है । आजकल जब पूरा व्यापार लगभग इंटरनेट के माध्यम से संचालित हो रहा है तो कंपनियों को वे सारी जानकारियां मिल जाती हैं जो ग्राहक से संबंधित हैं और व्यवसाय को प्रभावित कर सकती हैं ।

3. प्रतिद्वंदी (Competitors) :- प्रतिद्वंदी सूक्ष्म व्यावसायिक पर्यावरण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं क्योंकि कंपनी प्रतिद्वंदियों की सभी गतिविधियां देखती है जिससे वह अपने व्यवसाय की रणनीतियों में बाजार में प्रतिद्वंदी की गतिविधियों के अनुरूप परिवर्तन कर सके । जिससे कंपनी लगातार विकास पथ पर अग्रसर हो ।

4. विपणन मध्यस्थ (Market Intermediaries) :- फुटकर विक्रेता, डिस्ट्रीब्यूटर, एजेंट आदि सभी विपणन मध्यस्थों में शामिल किए जाते हैं जो व्यवसाय के लिए विपणन संबंधी कार्यों को अंजाम देते हैं तथा व्यवसाय को बाहर से प्रभावित करते हैं । इन पर नजर रखके कंपनी विपणन संबंधी कार्यों के बारे में अपनी आगामी योजनाओं का निर्माण तथा आवश्यकतानुसार बाजार की गतिविधियों तात्कालिक फेर बदल करती है ।

5. जनता (Public) :- जनता में वे सभी लोग शामिल हैं जो व्यवसाय से बाहरी तरफ से संबंधित हैं जो व्यवसाय को बहुत ही सूक्ष्म तरीके से प्रभावित करते हैं । क्योंकि कोई व्यवसाय इन्हीं लोगों में से अपने लिए ग्राहकों का निर्माण करता है और आवश्यकतानुसार उन्हें अपने उत्पाद को बेचता है ।

© ASHISH COMMERCE CLASSES

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