कृषि वस्तुओं के विपणन में बिचौलियों की भूमिका
(Role of Intermediaries in Marketing of Agricultural Products)
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Marketing of Agricultural Products |
जब कृषि उपज होती है और उसे बाजार तक ले जाने की बात आती है तो बिचौलियों का काम आता है । भारत में बिचौलिए कृषि जगत में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं एक तरफ जहां किसानों को बिचौलियों से कभी कभी बहुत नुकसान उठाना पड़ता है वहीं दूसरी तरफ बिचौलियों की सहायता से किसानों को उनके कृषि उपजों का सही दाम दिलवाने में भी मदद मिलता है । अगर कृषि वस्तुओं के विपणन में बिचौलियों की भूमिका की बात की जाय तो निम्न को ध्यान में रखा जा सकता है :-
1. प्रक्रियाकरण (Processing)
2. एकत्रीकरण (Assembling)
3. भण्डारण (Storage)
4. परिवहन (Transportation)
5. वितरण (Distribution)
उपरोक्त तमाम सभी कार्यों के लिए बिचौलियों की विशेष आवश्यकता पड़ती है ।
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