आन्तरिक व्यावसायिक पर्यावरण किसे कहते हैं ? (Internal Environment of Bunsiness in Hindi)

आन्तरिक व्यावसायिक पर्यावरण किसे कहते हैं ? 
(Internal Environment of Bunsiness in Hindi)

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(Internal Environment of Bunsiness in Hindi)

आंतरिक पर्यावरण का अर्थ (Meaning of Internal Environment in Hindi)


आंतरिक पर्यावरण से आशय व्यवसाय या संगठन की आंतरिक परिस्थितियों से है जिसमें व्यवसाय की प्रबंध नीतियों, कर्मचारियों, व्यावसायिक संसाधन, व्यावसायिक संस्कृति, व्यावसायिक संरचना, उद्देश्य, व्यावसायिक दृष्टिकोण आदि को शामिल किया जाता है । आंतरिक पर्यावरण में खास बात यह होती है कि इसे प्रबंधकों के द्वारा अपनी आवश्यकतानुसार नियंत्रित किया जा सकता है । किसी भी व्यवसाय की सफलता और स्थिरता को बनाए रखने के लिए उसके आंतरिक पर्यावरण से संबंधित सभी कारकों को समझना और उनका प्रबंधन अति आवश्यक होता है । 

व्यवसाय के आंतरिक पर्यावरण की विशेषताएं (Characteristics of Internal Environment) 


1. आंतरिक पर्यावरण में व्यवसाय को प्रभावित करने वाले उन आंतरिक तत्वों को शामिल किया जाता है जो व्यवसाय के नियंत्रण में रहते हैं ।
2. ये फर्म के आंतरिक संगठनात्मक घटकों से निर्मित होते हैं जिन पर फर्म का स्वयं नियंत्रण होता है ।
3. आंतरिक पर्यावरण में 5Ms को भी सम्मिलित किया जाता है , जो इस प्रकार से हैं :- Man (मनुष्य यानी कर्मचारी) , Material (सामग्री), Money (मुद्रा), Machinery (मशीनरी) तथा Management (प्रबन्ध) ।

व्यवसाय के आंतरिक पर्यावरण के प्रमुख घटक (Main Components of Internal Environment of Business in Hindi)


1. व्यावसायिक लक्ष्य एवं उद्देश्य
2. व्यावसायिक एवं प्रबंधकीय नीतियाँ
3. उत्पादन प्रणाली , यंत्र एवं तकनीकें 
4. वित्त व्यवस्था 
5. व्यावसायिक दृष्टिकोण 
6. श्रम एवं प्रबंध की कुशलता का स्तर 
7. व्यावसायिक योजनाएं एवं व्यूह रचनाएं

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