कीमत निर्धारण किसे कहते हैं ? (Price Decisions in Hindi)

कीमत निर्धारण किसे कहते हैं ?
 (Price Decisions in Hindi)

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 (Price Decisions in Hindi)

कीमत निर्धारण का अर्थ तथा परिभाषा (Meaning and Definition of Pricing Decisions)


किसी भी उत्पाद की उपयोगिता (Utility), गुण तथा विशेषता के आधार पर उस उत्पाद को परिमाणात्मक रूप में प्रकट करना ही कीमत या मूल्य निर्धारण कहा जाता है । 
दूसरे शब्दों में किसी भी वस्तु ये सेवा की गुणवत्ता, उपयोगिता तथा विशेषता के आधार पर ग्राहक के द्वारा दी जा सकने वाली कीमत का निर्धारण ही कीमत निर्धारण कहलाता है ।

वाल्टन हैमिल्टन के अनुसार :- कीमत उन सभी दशाओं का मौद्रिक सार है जो एक उत्पाद को मूल्य प्रदान करती है ।

मूल्य के अंग अथवा भाग (Components of Pricing)


1. मौलिक लागत (Original Cost)
2. तैयारी लागत (Preparation Cost)
3. लाभ सीमा (Profit Margin) :- लाभ सीमा के अंतर्गत निम्न तीन व्ययों को समझा जा सकता है :- 

• सेवा व्यय 
• विपणन व्यय 
• प्रशासनात्मक व्यय 


मूल्य निर्धारण की प्रकृति (Nature of Pricing Decisions)


1. मूल्य निर्णय और उत्पाद की मांग 
2. मूल्य निर्धारण और उत्पाद की पूर्ति 
3. मूल्य निर्णय और विपणन कार्यक्रम 
4. मूल्य निर्णय और विक्रय संवर्द्धन 
5. मूल्य निर्णय तथा उत्पाद का लागत मूल्य 
6. मूल्य निर्णय और लाभ 
7. मूल्य निर्णय कला के रूप में 


मूल्य निर्धारण को प्रभावित करने वाले घटक (Factors Affecting Pricing Decisions)


1. लागत घटक (Cost Factors)
• विपणन लागतें (Marketing Costs)
• उपरिव्ययों में अंशदान (Contribution to Overheads)

2. बाज़ार (Market)
• उत्पाद विभिन्नीकरण (Product Differentiation)
• उपभोक्ताओं एवं प्रयोगकर्ताओं के क्रय प्रतिरूप (Purchasing Patterns of Consumers and Users)
• बाजार के लक्षण (Characteristics of Market)
• प्रतियोगिता (Competition)
• व्यापार परंपराएं (Trade Customs)
• वितरण वाहिकाएँ (Distribution Channels)

3. संन्नियम (Legislation)
4. आर्थिक दशाएं (Economic Conditions)

मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया (Price Determination Process)


1. उत्पाद के लिए मांग का अनुमान लगाना (Estimate the Demand for the Product)
2. प्रतिस्पर्धी प्रतिक्रियाओं का अनुमान लगाना (Anticipate Competitive Reactions)
3. संभावित बाजार भाग का निर्धारण किया जाना (Establishment of Expected Share of Market)
4. बाजार लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रयोग की जाने वाली रीति नीति का चुनाव करना (Select Price Strategy to Reach Market Target)
5. उत्पादों, वितरण वाहिकाओं एवं संवर्द्धन के संबंध में कंपनी की नीतियों पर विचार करना (To Consider Company's Policies Regarding Products, Channels and Promotion)


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