भारत में जीएसटी संरचना
(Framework of GST in India)
विश्व विश्व स्तर पर जीएसटी के दो तरह के मॉडल या प्रणालियां प्रचलित है । जिसमें पहला है एकीकृत जीएसटी मॉडल तथा दूसरा है दोहरा जीएसटी मॉडल या दोहरा जीएसटी व्यवस्था । एकीकृत मॉडल के अंतर्गत पूरे देश में केवल एक तरह की ही कर प्रणाली प्रचलित होती है एवं उसी को आधार बनाकर जनता से कर वसूल किया जाता है । जिन देशों में एकीकृत जीएसटी प्रणाली प्रचलित है वे देश ऑस्ट्रेलिया, चीन, सिंगापुर इत्यादि हैं । इसके अतिरिक्त ब्राजील, कनाडा एवं भारत जैसे देशों में दोहरा जीएसटी मॉडल प्रचलित है । जिसके अंतर्गत संघ यानी केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के बीच की शक्तियों का विभाजन करके दोनों के द्वारा जीएसटी लगाया जाता है।
भारत में जीएसटी संरचना (GST structure in India)
भारत में दोहरा जीएसटी मॉडल या संरचना प्रचलित है । जिसके तहत केंद्र व राज्य सरकारों के द्वारा एक साथ समान रूप से सभी वस्तुओं एवं सेवाओं पर जीएसटी लगाया जाता है । भारत में प्रचलित जीएसटी संरचना के अंतर्गत प्रमुख रूप से वस्तुओं एवं सेवाओं की पूर्ति यानी (Supply) को दो तरीकों से वर्गीकृत करते हुए जीएसटी का निर्धारण किया जाता है । इस तरह से यदि पूर्ति (Supply) राज्य के अंदर होती है तो इस स्थिति में समान रूप से केंद्र सरकार के द्वारा सीजीएसटी (CGST) तथा राज्य सरकार के द्वारा एसजीएसटी (SGST) लगाया जाता है ।
जैसे :- उत्तर प्रदेश में लखनऊ से बनारस कोई वस्तु भेजी गई तो इस स्थिति में Supply एक ही राज्य के अंदर हो रहा है, तो यहां पर सीजीएसटी केंद्र सरकार के द्वारा तथा एसजीएसटी राज्य सरकार के द्वारा समान रूप से लगाया जाता है ।
यदि वस्तु एवं सेवाओं की पूर्ति एक राज्य से दूसरे राज्य में होती है तो इस स्थिति में एकीकृत जीएसटी यानी IGST (Integrated goods and services tax) केवल केंद्र सरकार के द्वारा लगाया जाता है । जैसे :- उत्तर प्रदेश से हरियाणा के बीच वस्तुओं एवं सेवाओं की पूर्ति की जाती है तो वहां पर केंद्र सरकार के द्वारा एकीकृत जीएसटी IGST (Integrated goods and services tax) लगाया जाता है ।
आईजीएसटी (IGST) के संदर्भ में केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी एकत्र करके उसमें से राज्य सरकारों के हिस्से की एसजीएसटी (SGST) की धनराशि का भुगतान उस राज्य को कर दिया जाता है जहां माल एवं सेवाओं का उपभोग किया गया है ।
भारत में दोहरे जीएसटी मॉडल की संरचना क्यों ? (Why dual GST model in India ?)
भारत एक ऐसा देश है जो संघ यानी केंद्र और राज्य दोनों में विभक्त है इसलिए जब कर लगाने की बात आती है तो दोनों को सम्मिलित करके समवर्ती सूची को ध्यान में रखते हुए कर लगाया जाता है । इसके अंतर्गत केंद्र व राज्य दोनों के द्वारा समान रूप से कर लगाए जाते हैं तथा कर के रूप में आय प्राप्त किया जाता है । जैसा कि ऊपर की दोनों उदाहरणों में समझाया गया है।
भारत में दोहरा जीएसटी मॉडल (Dual GST Model in India) :-
भारत में दोहरा जीएसटी ढांचा है। जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार के द्वारा सीजीएसटी (CGST) तथा आईजीएसटी (IGST) एवं राज्य सरकार के द्वारा एसजीएसटी (SGST) एवं केंद्र शासित प्रदेशों के द्वारा यूटीजीएसटी (UTGST) लगाया जाता है । इस संरचना को इस प्रकार से समझा जा सकता है :-
भारतीय दोहरे जीएसटी मॉडल की प्रमुख विशेषताएं (Feature of Indian Dual GST Model) :-
1. भारत में लागू दोहरे जीएसटी के संदर्भ में कर केंद्र, राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के द्वारा समान रूप से लगाया जाता है ।
2. राज्यों के भीतर पूर्ति पर सीजीएसटी (CGST) केंद्र सरकार के द्वारा, एसजीएसटी (SGST) राज्य सरकार के द्वारा लगाया जाता है । जिसमें केंद्र, राज्य एवं केन्द्र शासित सरकार का सम्मिलित भाग होता है ।
3. अंतर्राज्यीय पूर्ति (Inter State Suppy) की स्थिति में एकीकृत जीएसटी (Integrated GST) केवल केंद्र सरकार के द्वारा लगाया जाता है । जिसमें से राज्य सरकार का हिस्सा केंद्र सरकार के द्वारा उस राज्य को दे दिया जाता है जिसके द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं का उपभोग किया गया है ।
4. सीजीएसटी (CGST) एवं एसजीएसटी (SGST) दोनों कब, किस दर से, किस रूप में संग्रह किया जाएगा, इसके लिए दोनों से संबंधित प्रावधान बनाए गए हैं ।
5. सभी करदाताओं को जीएसटी नंबर रजिस्ट्रेशन पर दिया जाता है, जिससे वे अपने हिस्से के करों का भुगतान कर सकें ।
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