सकल आवर्त क्या है ?
Aggregate Turnover in GST in hindi.
सकल आवर्त (Aggregate Turnover) की अवधारणा हर जगह अलग अलग है । यदि जीएसटी की बात की जाए तो CGST ACT 2017 की धारा 2(6) में इसकी परिभाषा दी गई है । जो इस प्रकार से है :-
CGST ACT 2017 की धारा 2(6) के अनुसार :- सकल आवर्त (Aggregate Turnover) से तात्पर्य सभी कर योग्य आपूर्तियों के कुल मूल्य से है । जिसमें निम्न शामिल हैं :-
• करमुक्त आपूर्ति (Exempted Supply)
• वस्तु या सेवा या दोनों का निर्यात, तथा
• ऐसे व्यक्तियों की अंतर्राज्यीय आपूर्तियां (Inter State Supplies) जिनकी एक ही PAN संख्या है । ऐसी आपूर्तियोंं की गणना संपूर्ण भारत के आधार पर की जाती है । लेकिन ऐसी आपूर्तियों को शामिल नहीं हैं :-
• आवक आपूर्ति (Inward Supply), जिस पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा रिवर्स चार्ज (Reverse Charge) के आधार पर कर देय है ।
• केंद्रीय कर
• राज्य कर
• केंद्र शासित प्रदेश कर
• एकीकृत कर तथा
• उपकर
सकल आवर्त से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें :- सकल आवर्त में शामिल हैं :-
1. समान पैन रखने वाले विभिन्न व्यक्तियों की कर योग्य आपूर्ति ।
2. गैर जीएसटी आपूर्ति
3. शून्य दर आपूर्ति
4. बिना जीएसटी वाली आपूर्तियाँ तथा करमुक्त आपूर्तियां
5. माल एवं सेवाओं की बाहरी आपूर्ति जिस पर प्राप्तकर्ता को रिवर्स चार्ज के अंतर्गत भुगतान करना आवश्यक है । इत्यादि
सकल आवर्त ने शामिल नहीं हैं :-
1. वस्तुओं एवं सेवाओं की आवक आपूर्ति का मुख्य जिस पर प्राप्तकर्ता को रिवर्स चार्ज के अनुसार भुगतान करना आवश्यक है ।
2. केंद्रीय कर, राज्य कर, केंद्र शासित कर, प्रदेश कर, एकीकृत कर, मुआवजा एवं उपकर की राशि ।
3. CGST Act. 2017 की धारा 143 के अंतर्गत Job work के लिए आपूर्ति किया गया सामान या Job work के बाद वापस किया गया सामान ।
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