सूत्रधारी कंपनी क्या है ?
(Holding Company in Hindi)
सूत्रधारी कंपनी का अर्थ (Meaning of Holding Company) :-
सूत्रधारी कंपनी से आशय ऐसी कंपनियों से है जिन कंपनियों के पास किसी अन्य या उनकी सहायक कम्पनियों का 50% या उससे अधिक का अंश या हिस्सा है ।
उदाहरण :- A Ltd. उसकी सहायक कंपनी B Ltd.की सूत्रधारी कंपनी है । क्योंकि A Ltd. के पास B Ltd. के 50% से अधिक अंश हैं या हिस्सेदारी है ।
सूत्रधारी कंपनी की परिभाषा (Definition of Holding Company)
भारतीय कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 2(46) :- किसी कंपनी को एक या अधिक कंपनियों की सूत्रधारी कंपनी तभी माना जाता है, जबकि ऐसी कंपनियां उसकी सहायक कंपनियां हों ।
साधारण भाषा में समझा जा सकता है कि सूत्रधारी कंपनी वह कंपनी है, जिसकी एक या एक से अधिक सहायक कंपनियां हों और वह कंपनी उन पर नियंत्रण रखती हो ।
सूत्रधारी कंपनियों के लाभ (Advantages of Holding Companies)
1. सूत्रधारी कंपनियां स्थापित होने पर विभिन्न सहायक कम्पनियों में एक प्रकार का संयोजन स्थापित हो जाता है ।
2. प्रत्येक सूत्रधारी कंपनी का आर्थिक चिट्ठा अलग बनाया जाता है इसलिए इनकी आर्थिक स्थिति का ज्ञान सरलता से किया जा सकता है ।
3. प्रत्येक सहायक कंपनी के खाते अलग - अलग बनाए जाते हैं इसलिए उनकी ख्याति बनाए रखने का प्रयत्न किया जा सकता है ।
सूत्रधारी कंपनियों की हनियां (Disadvantages of Holding Companies)
1. यदि भिन्न - भिन्न सहायक कम्पनियों के खाते विभिन्न तिथियों पर बनाए जाते हैं तो कपट द्वारा गड़बड़ी किए जाने की संभावना बनी रहती है ।
2. अल्पमत अंशधारियों के साथ अहित होने की संभावना रहती है ।
3. सूत्रधारी कंपनी की इच्छानुसार सहायक कम्पनियों में अत्यधिक पारिश्रमिक पर संचालकों व अन्य अफसरों की नियुक्ति किए जाने की संभावना होती है ।
4. सहायक कंपनी की आर्थिक दशा से बाहरी अंशधारी व लेनदार अपरिचित हो सकते हैं ।
5. सूत्रधारी और सहायक कंपनी के बीच बहुत अधिक बहुत कम मूल्य पर होने वाले सौदों के कारण कंपनियों की सही आर्थिक स्थिति का ज्ञान प्राप्त करने के लिए लेखा संबंधी कठिनाइयां हो सकती हैं ।
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