व्यवसायिक नियोजन किसे कहते हैं ? What is Business Planning ?

व्यवसायिक नियोजन किसे कहते हैं ? 
What is Business Planning ?

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Niyojan Kise Kahte Hai in Hindi


सभी प्रकार के व्यवसायों का अपना अलग अलग महत्व एवं सीमाएं हैं । उनके आधार पर उस व्यवसाय को भविष्य में अपने सम्पूर्ण व्यवसायिक कार्यकाल में क्या करना है ? कैसे करना है ? किससे द्वारा करना है ? जैसे आदि प्रश्नों को हल करना होता है जिसके लिए व्यवसाय का मालिक या उद्यमी सभी कार्यों को सही सही तरह सही समय पर करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करता है । उस उद्यमी के द्वारा तैयार किए गए इस रूपरेखा को ही नियोजन का नाम दिया जाता है । नियोजन के संदर्भ में प्रसिद्ध अंग्रेज दार्शनिक एवं साहित्यकार आर्नोल्ड टायनबी कहते हैं कि " मनुष्य का यह एक लक्षण है कि वह योजना बनाता है । "

नियोजन की परिभाषाएं (Definitions of Planning)


कुण्टज एवं ओ डोनैल के अनुसार :- नियोजन एक बौद्धिक प्रक्रिया है, कार्य करने के मार्ग का सचेत निर्धारक है, निर्णयों को उद्देश्यों, तथ्यों तथा पूर्व विचारित अनुमानों पर आधारित करना है । 

जार्ज आर. टैरी के अनुसार :- नियोजन भविष्य के संबंध में प्रस्तावित क्रियाओं के दृष्टिकोण तथा निर्माण में जिन्हें कि निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक समझा जाता है, तथ्यों का चयन एवं उन्हें संबद्ध करना तथा धाराओं को बनाना एवं उपयोग करना है । 


नियोजन की विशेषताएं (Characterstics of Planning)


1. निर्धारित उद्देश्यों एवं लक्ष्यों पर आधारित होना (Based on Objects and Goal)
2. पूर्वानुमानों पर आधारित प्रक्रिया (Process based on Forecasting)
3. एकता (Unity)
4. नियोजन की सर्वव्यापकता (Pervasiveness of Planning)
5. विभिन्न वैकल्पिक क्रियाओं में से सर्वोत्तम का चयन (Selection of the Best among Alternative Courses of Action)
6. नियोजन एक निरंतर एवं लोचयुक्त प्रक्रिया (Planning is Continuous and a Flexible Process)
7. पारस्परिक निर्भरता (Interdependence)
8. सर्वोपरिता (Primacy)
9. बौद्धिक एवं मानसिक प्रक्रिया (Intellectual and Mental Process)
10. व्यवसाय के विकास का सूचक (Indicator of Business Growth)

नियोजन के उद्देश्य (Objectives of Planning)


1. भावी कार्यों में निश्चितता
2. पूर्वानुमान लगाना
3. प्रबंध में मितव्ययिता 
4. विशिष्ट दिशा प्रदान करना
5. कुशलता में वृद्धि
6. जोखिम को परखना
7. साम्य एवं समन्वय की स्थापना
8. निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति करना
9. प्रतिस्पर्धा पर विजय प्राप्त करना
10. जानकारी प्राप्त करना

नियोजन के सिद्धांत (Principles of Planning)


1. उद्देश्यों में योगदान का सिद्धांत (Principle of Contribution to Objectives)
2. नियोजन की मान्यताओं का सिद्धांत (Principle of Planning Premises)
3. कार्य कुशलता का सिद्धांत (Principle of Efficiency)
4. व्यापकता का सिद्धांत (Principle of Pervasiveness)
5. लोचशीलता का सिद्धांत (Principle of Flexibility)
6. समय का सिद्धांत (Principle of Timing)
7. परिवर्तन का सिद्धांत (Principle of Change)
8. नीति निर्धारण का सिद्धांत (Principle of Policy Framework)
9. वैकल्पिक मार्गों का सिद्धांत (Principle of Alternative)
10. प्रतिस्पर्धात्मक व्यूह रचना अथवा मोर्चाबंदी का का सिद्धांत (Principle of Competitive Strategies)
11. सहयोग का सिद्धांत (Principle of Co-opration)


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