स्वाॅट विश्लेषण किसे कहते हैं ?
What is SWOT Analysis ?
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Swot Vishleshan Kise Kahte Hai |
स्वाॅट विश्लेषण का अर्थ (Meaning of SWOT Analysis)
व्यवसाय के विकास एवं किसी नई परियोजना के लिए व्यवसाय के बाहरी पर्यावरण का अध्ययन करते हुए व्यवसाय की शक्तियों, दुर्बलताओं, अवसरों एवं चुनौतियों का विश्लेषण करना स्वॉट विश्लेषण (SWOT Analysis) कहलाता है ।
स्वाॅट विश्लेषण की विशेषताएं (Characteratics of SWOT Analysis)
1. यह परियोजनाओं के विश्लेषण से संबंधित है ।
2. यह एक प्रबंधकीय तकनीक है ।
3. उद्यम के लिए रणनीतियां बनाने में सहायक ।
4. अवसरों की खोज में सहायक ।
5. इससे उद्यम की शक्तियों एवं दुर्बलताओं का पता चलता है ।
6. इसके माध्यम से उद्यम के अवसरों एवं चुनौतियों का विश्लेषण किया जाता है ।
स्वॉट का विश्लेषण (Analysis of SWOT)
1. उद्यम की शक्तियों का विश्लेषण (Analysis of Strengths of Venture)
2. उद्यम की दुर्बलताओं का विश्लेषण (Analysis of Weaknesses of Venture)
3. उद्यम के अवसरों का विश्लेषण (Analysis of Opportunities of Venture)
4. पर्यावरणीय चुनौतियों का विश्लेषण (Analysis of Environmental Threats)
1. उद्यम की शक्तियों का विश्लेषण (Analysis of Strengths of Venture) :- किसी भी व्यवसाय या उद्यम की शक्तियों का पता इससे चलता है कि वह अपने प्रतिद्वंदियों से किस प्रकार की प्रतिस्पर्धा करता है और किस तरह से बाजार में अभी भूमिका निर्धारता करता है या अपना महत्व बनाए रहता है । SWOT Analysis के इस तत्व से बाजार में संस्था की महत्ता का पता लगाया जाता है ।
संस्था की शक्तियों की माप (Measur the Strengths of the Institution)
1. संस्था की उपलब्धियों की माप करके
2. कार्यक्षमता की माप करके
3. बाजार में संस्था की स्थिति देखकर
2. उद्यम की दुर्बलताओं का विश्लेषण (Analysis of Weaknesses of Venture) :- उद्यम या व्यवसाय की दुर्बलता से आशय यह है कि वह अपने प्रतिद्वंदियों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहा । अपने माल या सेवा को ठीक ठीक बेच नहीं पा रहा । दुर्बलताओं से यह पता चलता है कि संस्था का बाजार में ज्यादा महत्व नहीं है ।
संस्था की दुर्बलताओं की माप (Measuring the Weaknesses of the Institution)
1. कार्यक्षमता का विश्लेषण करके
2. संस्था की असफलताओं का विश्लेषण करके
3. संस्था के संसाधनों की उपयोगिता का विश्लेषण करके
4. बाजार में संस्था की स्थिति को देखकर
3. उद्यम के अवसरों का विश्लेषण (Analysis of Opportunities of Venture) :- उद्यम या व्यवसाय के अवसरों से तात्पर्य उन परिस्थितियों से है जिसके सहारे कोई संस्था अपने प्रतिद्वंदियों से प्रतिस्पर्धा में अधिक लाभ कमा सकती है । अवसर खोजने के लिए संस्था को अच्छी तरह से बाजार का विश्लेषण करना होता है । जिसमें सरकार की नीतियों के साथ - साथ प्रतिद्वंदियों की नीतियों का पता लगाना अति आवश्यक है ।
संस्था के अवसरों की माप (Measuring the Opportunities of the Institution)
1. अधिकतम प्राप्तियों का पता लगाकर ।
2. सामान्य प्राप्तियों का पता लगाकर ।
3. न्यूनतम प्राप्तियों का पता लगाकर ।
4. पर्यावरणीय चुनौतियों का विश्लेषण (Analysis of Environmental Threats) :- उद्यम या व्यवसाय संबंधी पर्यावरणीय चुनौतियों से आशय व्यवसाय उन विपरित परिस्थितियों से है जो संस्था के संचालन में बाधा उत्पन्न करती हैं । जिसके फलस्वरूप व्यवसाय का विकास रुक जाता है । इसी का विश्लेषण करना ही पर्यावरणीय चुनौतियों का विश्लेषण करना कहलाता है ।
संस्था पर्यावरणीय चुनौतियों की माप (Measuring the Environmental Threats of the Institution)
1. वर्तमान चुनौतियों का विश्लेषण करके ।
2. भावी चुनौतियों का विश्लेषण करके ।
3. सामान्य चुनौतियों का विश्लेषण करके ।
4. विशिष्ट चुनौतियों का विश्लेषण करके ।
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