उद्यम पूंजी किसे कहते हैं ?
What is Venture Capital ?
उद्यम पूंजी का अर्थ (Meaning of Venture Capital)
उद्यम पूंजी से आशय व्यवसाय में धन के ऐसे विनियोजन या निवेश से है, जहां अनिश्चितताओं के साथ साथ अत्यधिक जोखिम रहता है । जब कोई उद्यमी अपने व्यवसाय की शुरुआत करता है तो उसे यह मालूम होता है कि व्यवसाय में बहुत सारी असंभावनाएं हैं और जोखिम भी
हैं । साथ ही साथ उसे यह भी मालूम होता है कि इन अनिश्चितताओं और जोखिमों के बदले उसे अत्यधिक लाभ चाहिए तो उसे इन सबको ध्यान में रखते हुए और लाभ हानि की परवाह किए बिना धन अपने व्यवसाय में लगाना पड़ेगा । अतः कहा जा सकता है कि कोई उद्यमी अपने व्यवसाय को प्रारंभ करने के लिए जिस धन का निवेश करता है उसे उद्यम पूंजी कहा जाता है ।
उद्यम पूंजी की परिभाषा :- Definition of Venture Capital
डोलिंगर के अनुसार :- उद्यम पूंजी बाह्य पूंजी है जो निवेशकों के पेशेवर ढंग से प्रबंधित कोष से प्राप्त होता है ।
डेविड एच. हाल्ट. के अनुसार :- उद्यम पूंजी से आशय निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र से प्राप्त विनियोजित कोषों को उच्च जोखिम एवं उच्च क्षमता वाले उपक्रमों की ओर निर्देशित करने से है ।
उद्यम पूंजी के लक्षण एवं विशेषताएं (Characterstics or Essentials of Venture Capital)
1. अत्यधिक जोखिम होता ।
2. अत्यधिक लाभ होता है ।
3. प्रारंभिक पूंजी होती है ।
4. तरलता का आभाव होता है ।
5. दीर्घकालीन
6. इसका प्रतिफल लाभांस के रूप में होता है ।
7. तकनीकी ज्ञान पर आधारित होता है ।
उद्यम पूंजी की अवस्थाएं (Stages of Venture Capital Financing)
1. बीज पूंजी (Seed Capital)
2. प्रारंभ करने पर वित्त अवस्था (Start up Finance Stage)
3. प्रथम अवस्था वित्त (First Stage Finance)
4. द्वितीय अवस्था वित्त (Second Stage Finance)
5. विकास तथा विस्तार अवस्था (Development and Expansion Stage)
6. प्रतिस्थापन पूंजी अवस्था (Replacement Capital Stage)
7. वित्त वसूली अवस्था (Recovery Finance Stage)
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