निर्णयन किसे कहते हैं ? Decision Making in Hindi

निर्णयन किसे कहते हैं ?
Decision Making in Hindi

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Nirnayan Kise Kahte Hai

निर्णयन का अर्थ एवं परिभाषा (Meaning & Definition of Decision Making in Hindi)


किसी भी कार्य को करना है या नहीं, और करना है तो कब करना है ? क्यों करना है ? इसलिए करना है ? निर्णयन कहलाता है । व्यवसाय में भी ऐसा ही होता है । कोई उद्यमी अपने व्यवसाय में किस कार्य को कब करेगा या कब ? कैसे ? कहां ? विनियोग करेगा इसके बारे में उसके द्वारा विचार करने के उपरांत उस विचार को अस्तित्व में लाना ही निर्णयन कहलाता है । या यूं ऐसे ही भी कहा जा सकता है कि उद्यमी के द्वारा किसी भी कार्य को करने के तमाम विकल्पों में किसी एक का चयन करना ही निर्णय कहलाता है ।  

पीटर एफ ड्रकर के अनुसार :- उद्यमी जो कुछ भी करता है, वह निर्णयन के द्वारा ही करता है । 

ऐलन के अनुसार :- निर्णयन वह कार्य है जिसे एक प्रबंधक किसी निष्कर्ष एवं निर्णय पर पहुंचने के लिए करता है ।

कुण्टज एवं ओ डोनैल के अनुसार :- किसी क्रिया को करने हेतु विभिन्न विकल्पों में से किसी एक का वास्तविक रूप से चयन किया जाना ही निर्णय लेना है ।


निर्णयन की अवधारणा (Concept of Decision Making)


1. उद्देश्यात्मक अवधारणा (Objective Concept)
2. चयन अवधारणा (Selection Concept)
3. मानसिक प्रक्रिया अवधारणा (Mental Process Concept)
4. निरंतरता की प्रक्रिया अवधारणा (Continuity Process Concept)
5. चेतन मानवीय प्रक्रिया अवधारणा (Conscious Human Process Concept)
6. समस्या समाधान अवधारणा (Problem Solving Concept)
7. वचनबद्धता की अवधारणा (Commitment Concept)
8. सर्वव्यापकता की अवधारणा (Universality Concept)

निर्णयन की विशेषता (Characterstics of Decision Making)


1. निर्णयन विवेकशीलता पर निर्भर करता है ।
2. निर्णयन अंतिम प्रक्रिया है ।
3. सर्वश्रेष्ठ विकल्प का चयन ।
4. निर्णय सही या गलत भी हो सकता है ।
5. वचनबद्धता 
6. दृढ़ता 
7. मूल्यांकन होता है ।
8. बौद्धिक क्रिया
9. उद्देश्यात्मक
10. निर्णय वास्तविक स्थिति के अनुरूप होता है । 
11. भविष्य को ध्यान में रखकर कोई निर्णय किया जाता है ।

निर्णयन की प्रकृति (Nature of Decision Making)


1. मूल्यांकन
2. निरंतरता की प्रक्रिया
3. वचनबद्धता
4. नए निर्णय का जन्म
5. विवेकपूर्णता
6. निर्णयन निर्णय से भिन्न होता है ।
7. निर्णयन नियोजन का ही एक भाग है ।
8. निर्णयन प्रबंध का प्राथमिक कार्य है ।

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