उद्यमिता की अवधारणा क्या है ? (Concept of Entrepreneurship)

उद्यमिता की अवधारणा क्या है ?
 (Concept of Entrepreneurship) 

Udyamita ki Avdharna - Entrepreneurship Concept

उद्यमिता की अवधारणा


अवधारणा से तात्पर्य सोच या विचार से है । उद्यमिता के विषय में महान अर्थशास्त्रियों एवं विद्वानों के विचारों को ही उद्यमिता की अवधारणा के रूप में जाना जाता है ।
विभिन्न समय पर भिन्न भिन्न अर्थशास्त्रियों के द्वारा विभिन्न अवधारणाओं का प्रतिपादन किया गया । जिसमें कुछ प्रमुख अवधारणाएं निम्न प्रकार से हैं ।

1. जोखिम उठाने की क्षमता संबंधी अवधारणा (Concept as to Risk Bearing Capacity)
2. संगठन निर्माण योग्यता संबंधी अवधारणा (Concept as to Organisation Building Ability)
3. प्रबंधकीय एवं नेतृत्व संबंधी अवधारणा (Concept as to Managerial and Leadership Skill)
4. नवाचार संबंधी अवधारणा (Concept as to Innovation)
5. अवसर खोजने की प्रक्रिया संबंधी अवधारणा (Concept as to Process for Searching Opportunities)
6. उच्च उपलब्धि की क्षमता संबंधी अवधारणा (Concept as to Capacity of High Achievement)
7. पेशेवर संबंधी अवधारणा (Professional Concept)

अब विस्तार से .....


1. जोखिम उठाने की क्षमता संबंधी अवधारणा (Concept as to Risk Bearing Capacity) :- जोखिम संबंधी अवधारणा के अनुसार किसी भी व्यवसाय की स्थापना काल से ही उसमें जोखिम होता है जिसको सभी उद्यमियों को बहुत ही बुद्धिमता के साथ वहन करना होता है । इसलिए कहा भी जाता है कि उद्यमिता जोखिम उठाने की कला है । इस अवधारणा के प्रबल समर्थक फ्रेंक एच. नाइट, रिचार्ड केंटीलान, गायकवाड, मुसेलमान तथा जेक्सन एवं सेनेक आदि हैं । 

2. संगठन निर्माण योग्यता संबंधी अवधारणा (Concept as to Organisation Building Ability) :- " उद्यमिता नवीन संगठनों को सृजन करने की प्रक्रिया है ।" गार्टनर के इस विचार के अनुसार यह कहा जा सकता है कि एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें उद्यमियों के द्वारा नए नए संगठनों का निर्माण किया जाता है । चूकी संगठन एक व्यापक प्रबंधकीय एवं उद्यमीय कार्य है इसलिए यह भी कहा जा सकता है कि उत्पादन के विभिन्न साधनों जैसे श्रम, पूंजी, भूमि आदि को इस प्रकार नियोजित रूप से संगठित करना कि उनका उनका समुचित उपयोग किया जा सके । इस अवधारणा के समर्थकों में विख्यात अर्थशास्त्री जे. बी. से, अल्फ्रेड मार्शल, फ्रेडरिक हार्विसन, गार्टनर, रिचमैन, हिगिंस, फ्रेंच तथा कोपमैन आदि हैं ।

3. प्रबंधकीय एवं नेतृत्व संबंधी अवधारणा (Concept as to Managerial and Leadership Skill) :- हासलिज के अनुसार " प्रबंधकीय कौशल उद्यमिता का महत्वपूर्ण पहलू है । " इस परिभाषा को यदि ठीक ठीक समझा जाए तो यह कहा जा सकता है कि किसी भी व्यवसाय में प्रबंधकीय कौशल का होना अति आवश्यक है क्योंकि उद्यमी स्वयं ही एक कुशल प्रबंधक भी होता है । जो व्यवसाय को स्थायित्व देने तथा व्यवसाय के विकास के लिए नियोजित प्रबंध करता है । इस अवधारणा के प्रमुख समर्थक बी. एफ. हासलिज, जे. एस. मिल एवं प्रोफेसर मार्शल आदि हैं ।

4. नवाचार संबंधी अवधारणा (Concept as to Innovation) :- किसी भी व्यवसाय में नवीनता या नवाचार अति आवश्यक है क्योंकि बिना नवीनता के उस व्यवसाय से संबंधित उत्पादों की मांग घट जाती है तथा वह व्यवसाय भी बाजार से बाहर हो जाता है । जैसे नोकिया और कोडक कैमरा । पी. एफ. ड्रकर तथा शुम्पीटर के अनुसार उद्यमिता एक नवाचार संबंधी कार्य है जिसके अंतर्गत विभिन्न विचारों का सृजन एवं उनका क्रियान्वयन किया जाता है । जैसे नवीन अवसर, नवीन तकनीक, नवीन उत्पादन, नवीन कच्चा माल, नवीन यंत्र, नवीन वितरण प्रणाली, नवीन प्रबंध व्यवस्था आदि ।


5. अवसर खोजने की प्रक्रिया संबंधी अवधारणा (Concept as to Process for Searching Opportunities) :- किसी भी व्यवसाय के समुचित विकास के लिए समुचित अवसर भी होने चाहिए । जिसके द्वारा वह व्यवसाय समय रहते उन अवसरों का फायदा अपने व्यावसायिक हित के लिए उठा सके । इसके लिए अवसरों का पता लगाना भी अति आवश्यक हो जाता है और अवसरों को पता लगाने का यह कार्य लगातार चलता भी रहता है , क्योंकि यदि कोई भी अवसर छूट गया या फिर उसका उपयोग किसी प्रतिद्वंद्वी ने कर लिया तो बहुत घाटा हो सकता है । पीटर एफ. ड्रकर के अनुसार :- अवसरों की अधिकाधिक खोज करना ही उद्यमिता की सही परिभाषा है । पीटर एफ. ड्रकर, स्टीववेंसन, तथा जारिल्लो आदि इस अवधारणा के प्रमुख समर्थक हैं ।

6. उच्च उपलब्धि की क्षमता संबंधी अवधारणा (Concept as to Capacity of High Achievement) :- यह अवधारणा किसी भी उद्यमी के उच्च उपलब्धि की क्षमता को दर्शाता है । इसके अनुसार उद्यमिता व्यक्ति की उपलब्धि की उच्च क्षमता का परिणाम है । इस अवधारणा के प्रमुख समर्थक मैक्लीलैंड हैं जो कहते हैं कि जो व्यक्ति उपलब्धि की उच्च क्षमता रखते हैं उनकी उद्यमिता उच्च स्तर की होती है ।

7. पेशेवर संबंधी अवधारणा (Professional Concept) :- जैसे जैसे विश्व के अधिकतम देशों की अर्थव्यवस्था विकासशील से विकसित की ओर जा रही है वैसे वैसे उद्यमिता का विकास हो रहा है और यह पेशे का रूप धारण कर रही है । इसी कारण उद्यमिता को पेशेवर अवधारणा के रूप में लिया गया है । 


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