प्रवर्तक किसे कहते हैं ?
What is Promoter in Hindi
Promoter in Hindi - Pravartak kise kahte hai |
प्रवर्तक का परिचय (Introduction of Promoter in Hindi)
किसी भी कंपनी का निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है । इस प्रक्रिया में कंपनी का निर्माण कुछ उद्देश्यों की आधारशिला पर होता है तथा उद्देश्यों के निर्धारण के लिए एक स्वतंत्र विचार की आवश्यकता होती है । जिस विचार या आइडिया के आधार पर भी पूर्ण रूप से कंपनी का निर्माण और संचालन होता है । कंपनी के महत्वपूर्ण दस्तावेजों का निर्माण होता है ।
कम्पनी निर्माण के लिए जिस व्यक्ति के मन में विचार या आइडिया आता है । कि उसे कंपनी का निर्माण करना है । उसकी कंपनी किस तरह के व्यवसाय को करेगी । साधारण भाषा में उसे ही प्रवर्तक कहा जाता है । प्रवर्तक वह व्यक्ति है, जो कंपनी निर्माण के लिए योजनाएं बनाता है तथा कंपनी का निर्माण करता है ।
साधारण भाषा में :- प्रवर्तक वह व्यक्ति है, जो कंपनी निर्माण की योजना बनाता है और फिर कंपनी का निर्माण करवाता है ।
प्रवर्तक की परिभाषा (Definition of Promoter in Hindi)
भारतीय कंपनी अधिनियम की धारा के अनुसार :- प्रवर्तक वह व्यक्ति है ...
1. जिसका नाम कंपनी के प्रविवरण में तथा वार्षिक विवरण में हो । या
2. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जिसका कंपनी पे नियंत्रण है । या
3. जिसकी सलाह पे पेशेगत व्यक्तियों को छोड़कर शीर्षस्तरीय निदेशक विशेष रूप से निर्णय लेते हैं ।
नोट :- उपरोक्त तीनों शर्तों में से कोई एक शर्त भी अस्तित्व में आ जाए तो वह व्यक्ति प्रवर्तक बन जाता है ।
कंपनी अधिनियम के अनुसार दी गई परिभाषा के आलावा अन्य परिभाषाएँ भी हैं , जो इस प्रकार हैं ...
अन्य परिभाषाएँ :-
न्यायाधीश काॅकबर्न के अनुसार," प्रवर्तक वह है, जो किसी विशेष उद्देश्य के लिए कंपनी का निर्माण करने, उसको संचालित करने तथा उक्त उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाता है।"
पामर के अनुसार," प्रवर्तक से तात्पर्य एक ऐसे व्यक्ति से है, जो कंपनी के निर्माण की योजना बनाता है, पार्षद सीमा नियम तथा पार्षद अन्तर्नियम तैयार करवाता है, उनका पंजीयन करवाता है और प्रथम संचालकों को चुनता है, प्रारम्भिक अनुबन्धो को तय करता है और यदि आवश्यकता हो तो विवरण-पत्रिका बनवाता है और उसे प्रकाशित करने का एवं पूंजी एकत्र करने का प्रबंध करता है।"
न्यायाधीश बोवेन के अनुसार," प्रवर्तक शब्द, सन्नियम का नही वरन् व्यवसाय का शब्द है। इस शब्द मे व्यावसायिक जगत से परिचित अनेक व्यावसायिक क्रियाओं का समावेश किया गया है, जिसके द्वारा कंपनी अस्तित्व मे लायी जाती है।"
लार्ड ब्लेकबर्न के अनुसार," प्रवर्तक शब्द उन व्यक्तियों को सम्बोधित करने का एक सूक्ष्म और सुविधाजनक ढंग है जो उस मशीन को चलाते है जिसके द्वारा अधिनियम उन्हें एक समामेलित कंपनी बनबाने के योग्य बना देता है।"
लार्ड एल. जे. लिण्डले के अनुसार," प्रवर्तक शब्द का कोई निश्चित अर्थ नही है। कंपनी के संबंध मे प्रवर्तक का अर्थ प्रभावपूर्ण क्रिया से होता है, जो कंपनी तैयाय करने, प्रारम्भ करने तथा प्रचलन मे लाने के लिये आवश्यक होता है।"
प्रवर्तक कौन नहीं हो सकता ? ( Promoter in Hindi)
1. एजेंट (Agent) नहीं होता ।
2. ट्रस्टी (Trustee) नहीं होता ।
3. अर्ध एजेंट तथा अर्ध ट्रस्टी (Quasi Agent or Quasi Trustee) नहीं होता ।
प्रवर्तक के दायित्व (Liabilities of Promoters)
1. व्यवसाय / कंपनी से संबंधित सभी दस्तावेजों का प्रकटीकरण / प्रस्तुतिकरण
2. कम्पनी निर्माण से पूर्व किए गए अनुबंधों का दायित्व ।
3. गुप्त लाभ का प्रकटीकरण ।
4. प्रविवरण में मिथ्या वर्णन या गलत तथ्यों के प्रकटीकरण का दायित्व ।
5. नियंत्रण का दायित्व ।
6. समापन के समय दायित्व ।
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