विकास बैंक किसे कहते हैं ? उद्देश्य एवं कार्य, वर्गीकरण, भारत में विकास बैंक

विकास बैंक किसे कहते हैं ?
What is Development Bank in Hindi ?

Vikas Bank kise Kahate hai-Development Bank in Hindi

विकास बैंको का परिचय :- Introduction of Development Bank in Hindi


विकास-बैंक, जो कि अपने नाम से ही विदित है, कि इस बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य देश के विकास कार्यों में अपनी सहभागिता स्थापित करना है ।
"विकास-बैंक वे बैंक हैं, जो देश के औद्योगिक क्षेत्र को आधारभूत मौद्रिक सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से स्थापित किये गए हैं ।" 
विकास-बैंक सार्वजानिक तथा व्यक्तिगत, दोनों प्रकार के औद्योगिक क्षेत्रों को वित्तीय सलाह उपलब्ध कराते हैं । जिससे देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो ।


विकास-बैंकों की स्थापना के उद्देश्य एवं कार्य :- Objectives & Functions of Development Bank in Hindi


विकास-बैंकों की स्थापना के मुख्य उद्देश्य निम्न हैं ।
1. औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना ।
2. देश के पिछड़े क्षेत्रों के विकास में वित्तीय सहायता देना । 
3. देश में रोजगार की सम्भावनाएँ स्थापित करना ।
4. निर्यात को बढ़ावा देना तथा आयात पर नियंत्रण करना । 
5. स्टार्ट-अप को बढ़ावा देना ।
6. रुग्ण व्यावसायिक इकाइयों को ऋण देना ।
7. देश में पूंजी बाजार की स्थिति को सुदृढ़ करना ।
8. क्षेत्रीय असमानता तथा असंतुलन को विकास के द्वारा समाप्त करना ।
 

भारत में विकास बैंक :- Development Bank in India in Hindi


किसी भी व्यवसायी के कार्यशील पूंजी की आवश्यकता व्यापारिक बैंकों, सहकारी बैंको तथा देशी बैंकरों या महाजनों के द्वारा की जाती थी । ये संस्थाएं ही मुद्रा -बाजार में उद्यमियों को अल्पकालीन ऋण उपलब्ध कराया करते थे । जिससे बड़े-बड़े उद्योगपतियों को तथा मध्यमवर्गीय व्यवसायियों को दीर्घकालीन ऋण नहीं मिल पाता था । इसी कमी को दूर करने हेतु भारत में विकास बैंकों की नींव रखी गयी । जिसका काम विशेष रूप से विभिन्न क्षेत्र के उद्यमियों को दीर्घकालीन ऋण उपलब्ध कराना था ।

वर्तमान समय में ये बैंक निम्न हैं ।
1. I.C.I.C.I. BANK 
2. I.D.B.I. BANK 
3. H.D.F.C. BANK 
4. AXIS BANK 
5. S.I.D.B.I. BANK


विकास-बैंकों का वर्गीकरण :- Classification of Development Bank in Hindi


विकास बैंकों में वे सभी बैंक शामिल हैं, जो किसी भी प्रकार के विकास कार्यों में अपनी सहभागिता स्थापित करते हैं । इनका एकमात्र उद्देश्य विकास को बढ़वा देना होता है । ये बैंक विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सहभागिता स्थापित करते रहते हैं । वे क्षेत्र निम्न हैं तथा वे बैंक भी निम्न हैं । 

1. औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Sector) :- औद्योगिक क्षेत्र के समुचित विकास हेतु भारत सरकार तथा रिज़र्व बैंक के नेतृत्व में दो स्तर पर विकास बैंक स्थापित किये गए है । वे दोनों स्तर निम्न हैं ।
 (a) राष्ट्रीय स्तर पर :-
👉 भारतीय औद्योगिक विकास बैंक 
👉 भारतीय औद्योगिक वित्त निगम
👉भारतीय औद्योगिक साख एवं विनियोग निगम 
👉भारतीय लघु उद्योग निगम 

(b) राज्य स्तर पर :-
👉राज्य वित्त निगम 
👉 राज्य औद्योगिक विकास निगम     

2. निवेश क्षेत्र (Investment Sector) :- निवेश क्षेत्र को प्रोत्साहित करने हेतु निम्न प्रकार के बैंक स्थापित किये गए ।
👉 भारतीय इकाई विन्यास
👉 भारतीय जीवन बीमा निगम 
👉सामान्य बीमा निगम 

3. विदेश-क्षेत्र (Foreign Sector)
👉 आयात-निर्यात बैंक 

4. कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector)
17. 👉 नाबार्ड 
 

निष्कर्ष :- 
विकास बैंकों का भारतीय अर्थव्यवस्था के विनिर्माण में बहुआयामी योगदान है । विकास-बैंकों के द्वारा औद्योगिक, कृषि, आयात-निर्यात तथा निवेश क्षेत्र को उच्च शिखर पर पहुँचाया गया, जिससे देश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है । 

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