एकल व्यक्ति कंपनी किसे कहते हैं ?
One Person Company in Hindi
One Person Company in Hindi |
एकल व्यक्ति कंपनी का परिचय :- Introduction Of One Person Company
एकल व्यक्ति कंपनी जो नाम से ही प्रतीत होता है, कि एकल व्यक्ति कंपनी वह कंपनी है, जिसमें केवल एक व्यक्ति ही होता है या जिसका निर्माण या संचालन केवल एक व्यक्ति के द्वारा ही किया जाता है ।
अब यह प्रश्न उठता है, कि आखिर एकल व्यक्ति कंपनी की आवश्यकता क्यों पड़ी ? क्योंकि इसके पहले की कंपनी अधिनियम 1956 में तो एकल व्यक्ति कंपनी जैसा कोई प्रावधान ही नहीं था ।
उत्तर के रूप में कहा जा सकता है, कि देश में पुराने कंपनी अधिनियम के समय वह व्यक्ति जो एकाकी व्यवसायी था, उसे अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए पुख्ता दस्तावेजों की कमी एवं अकाउंट में गड़बड़ी के संदेह को लेकर ऋण नहीं मिल पाता था । जिससे एकाकी व्यवसायी जो देश में कार्यरत थे । वे अपने अपने व्यवसाय का विस्तार नहीं कर पाते थे । कंपनी अधिनियम 2013 में जब एकल व्यक्ति कंपनी को शामिल कर लिए गया तो वह एकल व्यवसायी जो एकल व्यक्ति कंपनी शुरू कर रहा है, उसे कंपनी अधिनियम के प्रावधानों का लाभ मिलने लगा ।
दूसरा कारण ये भी है, कि देश में असंगठित क्षेत्र में देश में बहुत सारे ऐसे लोग भी व्यवसाय कर रहे थे, जो समय समय में अपना टैक्स नहीं जमा करते थे और कर की चोरी को बढ़ावा मिलता था । इस चोरी को रोकने के लिए भी एकल व्यक्ति कंपनी को नई कंपनी अधिनियम में शामिल किया गया ।
कंपनी अधिनियम के अनुसार एकल व्यक्ति कंपनी की परिभाषा :- Definition of One Person Company
एकल व्यक्ति कंपनी से तात्पर्य उस कंपनी से है...
1. जिसमे सदस्यों की न्यूनतम संख्या 1 और अधिकतम संख्या भी एक ही होती है।
2. इसमें न्यूनतम 1 निदेशक (Director) और अधिकतम 15 निदेशक (Director) होते है।
3. यह एक निजी कंपनी होती है,जिसके आगे Pvt.Ltd (opc) लिखा होता है।
4. एकल व्यक्ति कंपनी में एक ही अंशधारी होता है । इस कंपनी का मालिक ही अंशधारी के रूप में काम करता है।
एकल व्यक्ति कंपनी के तत्व या विशेषता (Elements of One Person Company)
1. 1 नामांकित व्यक्तियों की आवश्यकता
2. अधिकृत पूंजी 1 लाख होती है ।
3. पार्षद सीमा नियम की आवश्यकता ।
4. पार्षद अंतर्नीयम की आवश्यकता ।
5. एकल व्यक्ति कंपनी को आवश्यकतानुसार 2 साल बाद निजी कंपनी में बदला जा सकता है । उससे पहले (2 साल से पहले) यदि प्रदत्त पूंजी 50 लाख हो जाए तब भी एकल कंपनी को निजी कंपनी में बदला जा सकता है।
6. कर्ज लेने में आसानी।
एक व्यक्ति कंपनी के लाभ (Advantage Of One Person Company)
1.सीमित दायित्व ।
2. न्यूनतम कानूनी अनुपालन ।
3. निजी कंपनी में बदला जा सकता है।
4. न्यूनतम पूंजी 1 लाख के साथ शुरूआत ।
5. एक हाथ में सभी नियंत्रण ।
एक व्यक्ति कंपनी की हानियाँ (Disadvantages of One Person Company)
1. केवल एक अंशधारी ।
2. शाश्वत अस्तित्व नहीं होता ।
3. कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना (Esop) नही।
4. एक व्यक्ति के हाथ नियंत्रण ।
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