सामग्री लागत नियंत्रण क्या है ? samagri lagat niyantran kya hai

सामग्री लागत नियंत्रण क्या है ?
What is Material Cost Control in Hindi ?



 इस लेख के महत्वपूर्ण बिन्दु या प्रश्न ..

1. सामग्री लागत नियंत्रण का परिचय
2. सामग्री लागत नियंत्रण की परिभाषा
3. सामग्री लागत नियंत्रण के उद्देश्य
4. सामग्री लागत नियंत्रण की पद्धतियाँ

1. सामग्री लागत नियंत्रण का परिचय :- INTRODUCTION OF MATERIAL COST CONTROL


किसी भी व्यवसाय में सामग्री का नियंत्रण अति आवश्यक है, क्योंकि नियंत्रण के बिना सटीक रूप से व्यवसाय की लागत का पता नहीं चल सकता और सामग्री का क्षय भी बहुत बढ़ जाता है | 

सामग्री लागत नियंत्रण से तात्पर्य सामग्री के क्रय से लेकर विक्रय तक की देख रेख और सामग्री को किसी भी प्रकार की क्षतिपूर्ति से बचाने से है । 

सामग्री के नियंत्रण में सामग्री को क्रय करते समय खर्चों पर नियंत्रण, सामग्री को गोदाम में उचित तकनीकों के प्रयोग से भंडारण करके खर्चों पर नियंत्रण, सामग्री के विक्रय के समय नियंत्रण और अंततः को किसी भी प्रकार की अवांछनीय हानियों से नियंत्रण सम्मिलित हैं ।

उत्पादन लागत और सामग्री लागत दोनों एक दूसरे के पूरक हैं यदि उत्पादन में प्रयोग की जाने वाली सामग्री (कच्चा माल) पर नियंत्रण रखा जाए तो उत्पादन लागत स्वतः नियंत्रित हो जाता है |


2. सामग्री लागत नियंत्रण की परिभाषा - DEFINITION OF MATERIAL COST CONTROL

"जब सामग्री के क्रय - विक्रय, संग्रह और उसकी क्षति पर विशेष रुप से नियंत्रण किया जाता है, तो उसे सामग्री नियंत्रण कहते हैं |"

3. सामग्री नियंत्रण के उद्देश्य :- OBJECTIVES OF MATERIAL COST CONTROL

कोई भी सामग्री संभवतः इस उद्देश्य से नियंत्रित की जाती है, कि कंपनी को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो । सामग्री नियंत्रण के उद्देश्यों की सूची में निम्न उद्देश्यों को शामिल किया जा सकता है ।

1. क्षय पर नियंत्रण (Waste Control) :- सामग्री की खरीद, ढुलाई, उत्पादन और विक्रय में कई प्रकार से माल का क्षय होता है, यदि समय से विभिन्न चरणों में होने वाले क्षय को पहचान लिया जाए तो क्षय पर नियंत्रण किया जा सकता है । इसलिए किसी भी संस्था के द्वारा निर्धारित सामग्री नियंत्रण के उद्देश्यों की सूची में क्षय नियंत्रण को भी शामिल किया जाता है ।

2. मूल्य पर नियन्तण (Price Control) :- सामग्री को खरीदते समय और बेचते समय उसके मूल्य पर नियंत्रण करके सामग्री नियंत्रण के उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है ।

3. नियंत्रण सामग्री की उपलब्धता का सतत होना :- सामग्री के नियंत्रण से सामग्री की उपलब्धता हमेशा बनी रहती है, जिससे उत्पादन हमेशा चलता रहता है और कंपनी नुकसान से बच सकती है ।

4. माल की चोरी से सुरक्षा :- यदि सामग्री का विधिवत लागत किया जाए और विभिन्न साधनों की मदद से उसकी देख रेख की जाए, तो माल की चोरी से रक्षा की जा सकती है । 

5. माल की गुणवत्ता पर ध्यान :- माल की गुणवत्ता पर ध्यान देना भी सामग्री नियंत्रण के उद्देश्यों में आता है, क्योंकि यदि सामग्री की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए, तो अंतिम उद्पाद के उपरांत विक्रय होने पर बाजार में अंतिम निर्मित वस्तु की मांग बढ़ जाएगी । जो किसी भी कंपनी या संस्था के विकास का अच्छा सूचक है । 

6. उच्च गुणवत्ता के माल का निर्गमन :- उच्च गुणवत्ता के माल के निर्गमान होने से उत्पाद के बाद अंतिम उत्पाद भी उच्च गुणवत्ता का होता है और विक्रय के बाद बाजार में इस वस्तु की मांग बढ़ जाती है ।

7. समुचित विनियोग नीति :-  कंपनी इस बात का ध्यान रखती है, कि उसे किस प्रदायक (Supplier) से कच्चा माल लेना है, और विक्रय मूल्य क्या होगा ? इन सब का निर्धारण करने के उपरांत ही कोई कंपनी किसी क्षेत्र में निवेश करती है ।

4.सामग्री लागत नियंत्रण पद्धति :- METHODS OF MATERIAL COST CONTROL 

सामग्री लागत की पद्धतियों को विभिन्न चरणों में समझा जा सकता है, या विभक्त किया जा सकता है | 

1. सामग्री क्रय नियंत्रण :- Material Purchase Control
2. सामग्री स्कंध नियंत्रण :- Material Stock Control
3. सामग्री विक्रय नियंत्रण :- Material Issue Control
4. सामग्री क्षय नियंत्रण :- Material Loss Control                                                                                                       

👉 सामग्री नियंत्रण की पद्धतियों की चर्चा अगले नोट्स में है ....... लिंक 👇👇👇👇


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