प्राप्त या प्राप्य किराया उचित प्रत्याशित किराये से कम होना
(Rent Received or Receivable is less than the Rent Reasonably Expected)
किसी मकान अथवा उसके किसी भाग को किराये पर उठाने के बदले में जो किराया प्राप्त होता है अथवा जो किराया प्राप्य है वह किराया उस मकान के उचित प्रत्याशित किराये से कम है तो ऐसी स्थिति में ऐसे मकान अथवा उसके किसी भाग का वार्षिक मूल्य का निर्धारण करने से पूर्व यह ज्ञात करना आवश्यक है कि यह प्राप्त या प्राप्य किराया किस कारण से कम है ?
प्राप्त या प्राप्य किराया कम क्यों ? (Why Rent Received or Receivable is Less ?)
किसी भी मकान का प्राप्त या प्राप्य किराया निम्न दो कारणों से कम हो सकता है :-
1. मकान के खाली रहने पे (On account of vacancy of the house)
2. मकान के खाली रहने के साथ - साथ अन्य भी कारण (जैसे, कम किराये पर मकान उठाना या/तथा अप्राप्त किराये का होना) (On account of vacancy as well as other resons)
1. मकान के खाली रहने पे (On account of vacancy of the house) :- मकान अथवा उसका कोई भाग किसी गत वर्ष में कुछ महीने के लिए खाली रह सकता है जिसकी वजह से प्राप्त या प्राप्य किराये की राशि उसके उचित प्रत्याशित किराये से कम हो सकती है । ऐसी स्थिति में वास्तव में प्राप्त या प्राप्य किराये की राशि ही सकल वार्षिक मूल्य होगी । इसमें से स्वामी द्वारा चुकाये गए नगरपालिका करों को घटा दिया जाएगा । शेष राशि ऐसे मकान का वार्षिक मूल्य होगी ।
2. मकान के खाली रहने के साथ - साथ अन्य भी कारण (On account of vacancy as well as other resons) :- मकान का कोई हिस्सा मालिक द्वारा जान बुझ कर कम किराये पर दिया है तथा न वसूल हुए किराये की वजह से भी प्राप्त या प्राप्य किराया प्रत्याशित किराये से कम हो सकता है । ऐसी स्थिति में सकल वार्षिक मूल्य की गणना निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात की जाती है :-
सकल वार्षिक मूल्य = Expected Rent - Annual Actual Rent - Vacancy Period/12
सकल वार्षिक मूल्य का निर्धारण - यदि प्रत्याशित किराये की तुलना में कम किराया मिला है जिसका कारण मकान खाली रहने के साथ साथ अन्य भी हैं तो इस स्थित में सकल वार्षिक मूल्य की गणना करने के लिए निम्न बिंदुओं को ध्यान में रखा जाता है :-
1. यदि प्रश्न में खाली रहने की अवधि भी दी गई हैं तो इस अवधि का वास्तविक किराया जो प्राप्त नहीं हुआ है , आनुपातिक आधार पर निम्न सूत्र की सहायता से ज्ञात किया जाता है :-
Loss Due to Vacancy = Actual Annual Rent/12×Vacancy Period
2. उचित प्रत्याशित किराये की राशि में से खाली पड़े मकान के संबंध में नुकसान (Point 1) को घटा देने पर सकल वार्षिक मूल्य ज्ञात किया जाता है :-
Gross Annual Value = Expected Rent - Loss Due to Vacancy
© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Thank you !