पूरे गत वर्ष किराये पर उठी मकान - संपत्ति का वार्षिक मूल्य
(Annual Value of Let out House Property for Full Year)
जिन मकानों को पूरे गत वर्ष किराए पर उठाया गया है, उनको दो प्रकारों से समझा जा सकता है :-
1. किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत न आने वाली मकान संपत्ति (House Property not covered under Rent Control Act)
2. किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत आने वाली मकान संपत्ति (House Property coverd under Rent Control Act)
1. किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत न आने वाली मकान संपत्ति (House Property not covered under Rent Control Act) :- जिन क्षेत्रों में किराया नियंत्रण अधिनियम लागू नहीं होता है उन क्षेत्रों में मकानों का सकल वार्षिक मूल्य निम्न तीन राशियों में से अधिक राशि होती है :-
• मकान का नगरपालिका मूल्य
• मकान का वास्तविक प्राप्त किराया
• मकान का उचित किराया
उपर्युक्त प्रकार से निकाले गए सकल वार्षिक मूल्य में से मकान के स्वामी द्वारा गत वर्ष में वास्तव में चुकाये गए नगरपालिका करों को घटा देने के बाद शेष राशि मकान का वार्षिक मूल्य/शुद्ध वार्षिक मूल्य होगी ।
2. किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत आने वाली मकान संपत्ति (House Property coverd under Rent Control Act)
जिन क्षेत्रों में किराया नियंत्रण अधिनियम प्रभावशाली है, उन क्षेत्रों में आने वाले मकानों का सकल वार्षिक मूल्य निम्न प्रक्रिया के द्वारा ज्ञात किया जाता है :-
1. ऐसे मकानों का सकल वार्षिक मूल्य वह रकम होगी जो मकान का नगरपालिका मूल्य व उचित किराया दोनों में से अधिक हो । लेकिन यह अधिक रकम प्रश्न में दिए गए मकान या भवन के प्रमापित (मानक) किराये से अधिक नहीं होनी चाहिए । यदि यह रकम मानक किराए से अधिक है तो मानक किराए को ही सकल वार्षिक मूल्य माना जायेगा ।
किंतु इस स्थिति का एक अपवाद भी है कि यदि वास्तविक प्राप्त किराए (De facto rent) की रकम मानक किराए से अधिक है तो ऐसी स्थिति में मकान का सकल वार्षिक मूल्य मानक किराया न होकर वास्तविक प्राप्त किराया होगा ।
वैकल्पिक विधि (Alternative Method) :- किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत आने वाली मकान संपत्ति के वार्षिक मूल्य के निर्धारण हेतु अपनाई गई उपरोक्त प्रक्रिया को निम्न वैकल्पिक विधि द्वारा सरलता से समझा जा सकता है :-
A. इन तीन शर्तों में से जो अधिक हो
• मकान का नगरपालिका मूल्य
• मकान का उचित किराया
• मकान का वास्तविक प्राप्त किराया
B. इन दो शर्तों में से जो अधिक हो
• मकान का प्रमापित या मानक किराया
• मकान का वास्तविक प्राप्त किराया
उपरोक्त A और B में से जो भी रकम अधिक कम होगी वही मकान का सकल वार्षिक मूल्य होगा ।
2. उपर्युक्त प्रकार से निकाले गए सकल वार्षिक मूल्य में से मकान के स्वामी द्वारा वहन किए गए नगरपालिका करों को घटाने के बाद शेष रकम मकान का वार्षिक मूल्य/शुद्ध वार्षिक मूल्य होगी ।
© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Thank you !