प्रबंधकीय लेखांकन क्या है ?
(Management Accounting in Hindi)
प्रबंध लेखांकन का अर्थ (Meaning of Management Accounting)
हर तरह की कंपनियों में उसके समुचित विकास के लिए उसके अपने तरह - तरह के नियम होते हैं जो उस कंपनी के प्रबंधकों के द्वारा व्यवसायिक गतिविधियों एवं उद्देश्य को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं । उन सभी व्यवसायों में उनकी आवश्यकतानुसार लेखांकन की शाखाओं का इस्तेमाल किया जाता है । यदि कोई उत्पादन या निर्माण का काम करने वाली कंपनी है तो उसके द्वारा लागत लेखांकन लागत का पता करने के लिए तथा सभी प्रकार की कंपनियों के द्वारा वित्तीय लेखांकन का प्रयोग व्यवसाय की वित्तीय स्थिति का पता करने के लिए किया जाता है । वित्तीय लेखांकन तथा लागत लेखांकन से प्राप्त सूचनाओं के माध्यम से कंपनी के प्रबंधकों के द्वारा व्यवसाय की प्रगति के लिए नीतियों का निर्माण किया जाता है । इसके लिए प्रबंधकों के द्वारा व्यवसाय के हित को ध्यान में रखते हुए कुछ पद्धतियों एवं तकनीकों का प्रयोग लागत तथा वित्तीय लेखांकन से प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण एवं अनुकूलन आदि के लिए किया जाता है जिससे व्यावसायिक उद्देश्य को आसानी से प्राप्त किया जा सके । प्रबंधकों के द्वारा विभिन्न प्रकार की तकनीकों के द्वारा लागत तथा वित्तीय लेखांकन से प्राप्त सूचनाओं का ठीक ठीक विश्लेषण एवं अनुकूलन करना प्रबंधकीय लेखांकन है ।
प्रबंध लेखांकन की परिभाषा (Definition of Management Accounting)
1. जे बेट्टी के अनुसार :- प्रबंध लेखांकन शब्द का प्रयोग उन लेखांकन विधियों, पद्धतियों व तकनीकों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जिन्हें विशिष्ट ज्ञान तथा योग्यतापूर्वक प्रयोग में लाने से प्रबंधकों को अपने कार्य अर्थात लाभों को अधिकतम व हानियों को न्यूनतम करने में सहायता मिलती है ।
2. टी जी रोज के अनुसार :- प्रबंधकीय लेखाविधि लेखा - सूचना का इस प्रकार अनुकूलन, विश्लेषण, निदान तथा व्याख्या है जिससे प्रबंध को सहायता मिलती है ।
प्रबंधकीय लेखांकन की प्रकृति एवं विशेषताएं (Nature or Characteristics of Management Accounting)
प्रबंधकीय लेखांकन, लेखांकन की वह शाखा है जिससे प्रबंधकीय कार्य कुशलता एवं कंपनी के लाभों को बढ़ाया जा सकता है । प्रबंधकीय लेखांकन का समुचित उपयोग व्यवसाय को बहुत सारी हानियों से बचाने के साथ - साथ भविष्य के लिए नीति निर्माण में भी सहायक है । अतः प्रबंधकीय लेखांकन की प्रमुख विशेषताएं निम्न हैं :-
1. उद्देश्यों की प्राप्ति (Achieving of Objectives)
2. कार्यक्षमता में वृद्धि (Increase in Efficiency)
3. कारण एवं प्रभाव विश्लेषण (Cause and Effect Analysis)
4. भविष्य से संबंधित (Concerned with Future)
5. चयनात्मक प्रकृति (Selective Nature)
6. विशेष तकनीक एवं अवधारणाओं का प्रयोग (Use of Special Techniques and Concepts)
7. यह आंकड़े प्रदान करती है, निर्णय नहीं (It Provides Data, Not the Decision)
8. महत्वपूर्ण निर्णयों में सहायक (Helpful in Importance Decision)
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