अंशों का मूल्यांकन किसे कहते हैं ?
(Valuation of Shares in Hindi)
अंशों के मूल्यांकन का अर्थ (Meaning of Valuation of Shares)
अंशों के मूल्यांकन का आशय इनके ऐसे मूल्यांकन से है जिस पर इनका क्रय, विक्रय, हस्तानांतरण या कर - निर्धारण किया जाता है जिसके आधार पर अंशधारियों या अन्य किसी को अंश पूंजी की स्थिति का सही ज्ञान प्राप्त होता है ।
अंशों के मूल्यांकन की आवश्यकता (Necessity of Valuation of Shares)
कंपनियों को अंशों के मूल्यांकन की आवश्यकता निम्न परिस्थितियों में पड़ती है :-
1. एकीकरण पर (On Amalgamation)
2. अंशों के परिवर्तन पर (On Conversion of Shares)
3. कंपनी के संविलयन पर (On Absorption of Company)
4. कंपनी के पुनर्निर्माण पर (On the Reconstruction of a Company)
5. किसी ऐसी कंपनी के अंश क्रय करने के लिए मूल्यांकन, जिस पर नियंत्रण करना हो ।
6. राष्ट्रीयकरण की दशा में सरकार द्वारा अंशों की क्षतिपूर्ति के लिए मूल्य निर्धारण ।
7. ऐसे अंशों को बिक्री होने पर जिसका मूल्य प्रकाशित नहीं किया जाता है ।
8. संपत्ति कर निर्धारण करने पर यदि संबंधित संपत्ति में अंश हैं ।
9. प्रन्यास और वित्तीय कंपनियों के चिट्ठे की संपत्तियों का मूल्यांकन करने के लिए ।
10. जब बैंक अंशों की प्रतिभूति पर ब्याज देते हैं तो अंशों के मूल्यांकन की आवश्यकता पड़ती है ।
अंशों के मूल्य को प्रभावित करने वाले तत्व (Factors Affecting Value of Shares)
1. व्यवसाय की प्रकृति (Nature of Business)
2. कंपनी की उपार्जन शक्ति (Earning capacity of the Company)
3. गत वर्षों में कंपनी द्वारा घोषित लाभांश (Dividend declared by the Company in previous years)
4. कंपनी की शुद्ध मूर्त संपत्तियां (Net Tangible Assets of the Company)
5. कंपनी का पूंजी ढांचा (Capital Structure of the Company)
6. कंपनी द्वारा उत्पादित माल की ख्याति (Goodwill of the Product produced by the Company)
7. प्रतियोगिता की सीमा (Limit of Competition)
8. अंशधारियों की संख्या (Number of Shareholders)
9. अंशों की मांग एवं पूर्ति (Demand and Supply of Shares)
10. कंपनी के भविष्य में प्रगति की संभावना (Possibility of Progress of Company in Future)
अंशों के मूल्यांकन की विधियां (Methods of Valuation of Shares)
1. अंशों के मूल्यांकन की विधियां (Net Assets or Assets Valuation Method)
2. आय मूल्यांकन विधि (Yield or Income Valuation Method)
3. उचित मूल्यांकन विधि (Fair Valuation Method)
© ASHISH COMMERCE CLASSES
THANK YOU.
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.
Thank you !